ताकि वह अपना जीवन यापन अच्छे से कर सके। ताकि वह अपना जीवन यापन अच्छे से कर सके।
इस दृश्य को देखकर सभी की आंखों में आंसू थे। इस दृश्य को देखकर सभी की आंखों में आंसू थे।
माँ को यह बात पता चली तो वह तुरंत ही अस्पताल पहुँच गई। डाक्टर आशीष को आपरेशन थिएटर ले गए थे। माँ को यह बात पता चली तो वह तुरंत ही अस्पताल पहुँच गई। डाक्टर आशीष को आपरेशन थिए...
पर वो वंहा मुझे ही लिखती रही ,मुझे ही चाहती रही, मेरे ही गीत गाती गुनगुनाती रही। ... पर वो वंहा मुझे ही लिखती रही ,मुझे ही चाहती रही, मेरे ही गीत गाती गुनगुनाती रही।...
मेरी तो न तब चली थी और न अब भी चलती है। सबक तो मैंनें भी पढ़ ही लिया है। मेरी तो न तब चली थी और न अब भी चलती है। सबक तो मैंनें भी पढ़ ही लिया है।
उनकी ही तो दी हुई हैं, मैं तो अँधा था पुजारी जी। बंद कर लूँगा तो माँ आरती के दर्शन नहीं उनकी ही तो दी हुई हैं, मैं तो अँधा था पुजारी जी। बंद कर लूँगा तो माँ आरती के दर्...